उठें समाज के लिए उठें उठें
जगें सौराष्ट्र के लिए जगें जगें
स्वयं सजें वसुंधरा सवार दें- 2
हम उठें उठेंगा जग हमारे संग साथियों
हम बढ़े तो सब बढ़ेंगे अपने आप साथियों
जमीं पर आसमान को उतार दें-2
स्वयं सजें वसुंधरा संवार दें-2
उदासियों को दूर कर खुशी को बांटते चलें
गांव और शहर की दूरियों को पाटते चलें
ज्ञान को प्रचार दें प्रसार दें
विज्ञान को प्रचार दें प्रसार दें
स्वयं सजें वसुंधरा संवार दे-2
समर्थ बाल वृद्ध और नारियां रहें सदा
हरे भरे वनो की शाल ओढ़ाती रहे धरा
तरक्कियो की एक नई कतार दे-2
स्वयं सजें वसुंधरा संवार दे-2
ये जाति धर्म बोलियाँ बनें न शूल राहं की
बढ़ाएं बेल प्रेम की अखंडता की चाह की
भावना से ये चमन निखार दें
सदभावना से यह चमन निखार दें
स्वयं सजें वसुंधरा संवार दें -2
उठें समाज के लिए उठें उठें
जगें स्वराष्ट्र के लिए जगें - जगें
स्वयं सजें वसुंधरा संवार दें -2